बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में नवगठित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार 12 फरवरी को बजट सत्र के पहले दिन विश्वास मत हासिल करेगी.
मंगलवार को होने वाले इस फ्लोर टेस्ट से पहले सत्तापक्ष और विपक्ष अपनी-अपनी रणनीति तैयार करने में जुट गए हैं. बीजेपी ने अपने विधायकों को दो दिन के लिए बोधगया बुलाया है. प्रशिक्षण शिविर के बहाने बीजेपी 11 फरवरी तक अपने विधायकों को बोधगया में रखेगी.
जेडीयू ने विधायकों के लिए रखा लंचवहीं जेडीयू ने आज अपने विधायकों को मंत्री श्रवण कुमार के आवास पर लंच के लिए बुलाया हैं. जेडीयू अपने विधायकों पर नजर बनाए रखना चाहती है. दूसरी तरफ लालू प्रसाद यादव की पार्टी आरजेडी के विधायकों की आज 3 बजे से तेजस्वी यादव के आवास पर मीटिंग होनी हैं. आरजेडी ने अपने विधायकों को 12 फरवरी के दिन सदन में मौजूद रहने का व्हिप जारी किया है. वहीं कांग्रेस के विधायक अभी भी हैदराबाद में हैं और 16 विधायक 11 फरवरी को पटना पहुंचेंगे.
मांझी को मनाने के प्रयास जारीउधर फ्लोर टेस्ट के पहले एनडीए में HUM नेता जीतनराम मांझी को मनाने के प्रयास जारी है.सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि मांझी को राज्यसभा भेजा जा सकता है. दरअसल मांझी नीतीश कैबिनेट में एक और मंत्री पद की मांग कर रहे हैं जबकि उनके बेटे को ही सरकार में मंत्री बनाया गया है. बिहार की 6 राज्यसभा सीटों के लिए चुनाव हो रहा है जिसमें से एनडीए की तीन सीटों में से एक सीट पर मांझी को राज्यसभा में भेजा जा सकता है.
लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल को जोर का झटका लगा है। सजा पाकर आजाद हुए बाहुबली आनंद मोहन के बेटे और सजायाफ्ता बाहुबली अनंत सिंह की पत्नी समेत एक दर्जन विधायकों के रडार से बाहर जाने की खबर से बेचैन राजद ने तेजस्वी यादव के आवास में अपने सारे विधायकों को बुलाया और जब ‘सारे’ आ गए तो बताया गया कि अब सीधे बहुमत परीक्षण के दिन ही निकलना है यहां से। यहां सारे का मतलब 79 होना चाहिए, लेकिन अंतिम तौर पर गिनती 76 पर अटक गई है। सूत्रों के अनुसार, तीन विधायक नहीं आए। उनमें तो एक पिछली सरकार में मंत्री भी थे।
दो मगध के जनप्रतिनिधि, तीसरी अनंत की पत्नीतेजस्वी यादव के आवास में विधायकों की गिनती कराई गई तो आशंका के अनुसार अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी नहीं थीं। वह खुद को दिल्ली में बता रही थीं, जबकि इस समय बिहार में कांग्रेस छोड़ सभी राजनीतिक दलों ने अपने विधायकों को पटना में रहने कहा था। जो अप्रत्याशित नाम है, वह पूर्व मंत्री कुमार सर्वजीत का है। वह बोधगया से राजद के विधायक हैं। वहीं, जहां शनिवार से भाजपा की बैठक चल रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार वह बोधगया में ही हैं। उन्होंने कहा कि तबीयत खराब होने के कारण आवास पर हैं। कुमार सर्वजीत के अलावा एक और नाम मगध क्षेत्र के औरंगाबाद से है। उनसे संपर्क नहीं हो सका, इसलिए नाम नहीं दिया जा रहा है। राजद आवास में बैठे विधायकों का नंबर ऑन भी है, लेकिन औरंगाबाद जिले की एक विधानसभा सीट के इस विधायक का नंबर नॉट रिचेबल है।