देश के इतिहास में पहली बार रेल बजट के तहत 40,900 किलोमीटर नए रेलवे ट्रैक बनाने की घोषणा की गई है। रेल बजट 2024 से बिहार को भी कई सौगात प्राप्त हुई हैं। जिसके द्वारा बिहार के 92 रेलवे स्टेशन को एयरपोर्ट वाला लुक मिलने जा रहा है।
अमृत भारत योजना के तहत इन स्टेशनों का कायाकल्प किया जाएगा। 2.52 लाख करोड़ रुपए के रेलवे बजट में से बिहार को भी करोड़ो रूपए की राशि दी गए है। आईये जानते है बिहार को रेल बजट से क्या-क्या मिला?
बिहार के 92 रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट जैसे दिखेंगे.
दरअसल पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत आने वाले बिहार के कुल 92 स्टेशन अब एयरपोर्ट की तरह दिखाई देंगे। इसके अलावा जल्द ही बिहटा-औरंगाबाद रेलखंड का निर्माण कार्य भी शुरू हो जाएगा।
डीडीयू से झाझा के बीच तीसरी व चौथी लाइन के निर्माण का अंतिम सर्वे जल्द पूरा कर लिया जाएगा। 2024-25 का आम बजट पेश होने के बाद दानापुर रेल मंडल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व मध्य रेलवे के जीएम अनिल कुमार खंडेलवाल ने यह जानकारी साझा की।
बिहार को मिले इतने करोड़ रूपए
पूर्व मध्य रेलवे के जीएम अनिल कुमार खंडेलवाल के अनुसार बिहार में पूर्व मध्य रेल क्षेत्र में नयी परियोजनाओं के साथ ही पुरानी परियोजनाओं को पूरा करने के लिए 10,754 करोड़ रूपए राशि का एलान किया गया है।रेलवे बजट में बिहार से ज्यादा केवल उत्तर प्रदेश को 19,575 करोड़ रूपए की राशि स्वीकृत की गई है।
बिहार में 98% रेललाइन का इलेक्ट्रिफिकेशन पूरा
जीएम खंडेलवाल ने कहा कि – “बिहटा-आौरंगाबाद रेल परियोजना के लिए बजट में 376 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। पूर्व मध्य रेल की कई नयी पुरानी रेल परियोजनाओं के लिए कुल 70,672 करोड़ के प्रस्ताव पर भी सहमति दी गयी है।
”उन्होंने कहा कि – “बिहार में 98% रेललाइन का विद्युतीकरण हो चुका है। 92 स्टेशनों का अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत पुनर्निर्माण किया जा रहा है।
नयी रेल लाइन के लिए 1268 करोड़, ओवरब्रिज और अंडरपास के लिए 593 करोड़, यात्री सुविधाओं के लिए 789 करोड़ का प्रावधान किया गया है। दोहरी लाइन के लिए 2719 करोड़ मिले है।
इन रेलखंडों के लिए भी मिले करोड़ो रूपए.
रेलवे बजट 2024 में रेल नवीकरण के लिए 1000 करोड़ और सेफ्टी फंड में 2460 करोड़ रूपए प्राप्त हुए हैं। जबकि बोधगया-चतरा रेललाइन के लिए 549 करोड़, नवादा-लक्ष्मीपुर रेललाइन के लिए 620 करोड़, झाझा-बटिया रेललाइन के लिए 496 करोड़, करौटा-मनकट्टा रेललाइन के लिए 128 करोड़, किऊल बाइपास के लिए 128 और आरा बाइपास के लिए 118 करोड़ मिले हैं।