प्रेम सिंह तमांग : प्रेम सिंह तमांग की अगुवाई वाली सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा (एसकेएम) ने रविवार को राज्य विधानसभा चुनाव में भारी जीत हासिल कर सत्ता हासिल कर ली। पार्टी ने 32 विधानसभा सीटों में से 31 पर जीत हासिल की।
एसकेएम को 58.38 प्रतिशत वोट मिले हैं।
सिक्किम के मुख्यमंत्री और एसकेएम अध्यक्ष प्रेम सिंह तमांग ने दो सीटों – रेनॉक और सोरेंग-चाकुंग – से भारी अंतर से जीत हासिल की है।
प्रेम सिंह तमांग का परिचय
56 वर्षीय प्रेम सिंह तमांग को एक कुशल संगठनकर्ता, प्रशासक और तेजतर्रार राजनीतिज्ञ माना जाता है। उनका जन्म 5 फरवरी, 1968 को कालू सिंह तमांग और धन माया तमांग के घर हुआ था।
पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग के एक कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद, वे 1990 में एक सरकारी स्कूल में शिक्षक बन गए। तीन साल बाद, तमांग ने अपनी नौकरी छोड़ दी। 1994 में, उन्होंने सिक्किम डेमोक्रेटिक फ्रंट (एसडीएफ) की सह-स्थापना की।
वह लगभग 20 वर्षों तक एसडीएफ से जुड़े रहे, जिनमें से 15 वर्षों तक वे मंत्री रहे।
एसडीएफ छोड़ने के बाद तमांग ने 2013 में अपनी खुद की पार्टी सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा बनाई। 2014 में अपने पहले विधानसभा चुनाव में एसकेएम ने 10 सीटें जीती थीं। भ्रष्टाचार के एक मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद एसकेएम प्रमुख ने एक साल की जेल की सजा भी काटी थी।
सजा के बाद उन्हें सिक्किम विधानसभा से अपर बर्टुक सीट से विधायक के रूप में अयोग्य घोषित कर दिया गया था। उन्हें 2017 में जेल से रिहा किया गया। 2019 में अगले विधानसभा चुनाव में तमांग की पार्टी ने 17 सीटें जीतकर एसडीएफ प्रमुख पवन कुमार चामलिंग को सत्ता से हटा दिया। 27 मई, 2019 को प्रेम सिंह तमांग सिक्किम के मुख्यमंत्री बने।
पांच महीने बाद, तमांग ने चामलिंग द्वारा खाली की गई पोकलोक-कामरंग विधानसभा सीट से उपचुनाव जीता। तमांग ने मतदाताओं के सामने यह इच्छा भी जताई है कि वे मुख्यमंत्री के रूप में दो कार्यकाल पूरा करने के बाद सार्वजनिक जीवन में नहीं रहेंगे और पार्टी की बागडोर अगली पंक्ति के नेतृत्व को सौंप देंगे।
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