DNB.बिलासपुर । रेलवे में परंपरागत सिग्नलिंग सिस्टम चलता आ रहा है जिसे लेकर रेल्वाए अब इसे अपग्रेड कर आटोमेटिक सिग्नलिंग सिस्टम में बदलना शुरू कर चूका है ट्रेनों का परिचालन बेहद ढंग से हो सके। स्टेशनों में बिना किसी अतिरिक्त निर्माण और रखरखाव के अधिक से अधिक ट्रेनें चलाने व प्रमुख जंक्शन में रेल यातायात को नियंत्रित करने में मददगार है। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे जोन के सभी सेक्शन में इस प्रणाली को लागू किया जा रहा है। आटोमेटिक सिग्नल सिस्टम लगने से ट्रेनों को बेवजह कहीं भी खड़ा नहीं होना पड़ेगा। इसके चलते एक ही रूट पर एक के पीछे एक ट्रेन बिना विलंब आसानी से चल सकती हैं। दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे में नागपुर से बिलासपुर तक सेक्शन स्पीड बढ़ाकर राजधानी मार्ग के समकक्ष 130 किमी प्रति घंटे की जा चुकी है। बिलासपुर से झारसुगुड़ा के मध्य कार्य अंतिम चरण पर है। आटोमेटिक सिग्नल से रेल लाइनों पर ट्रेनों की गति के साथ ही संख्या भी बढ़ सकेगी।