Manipur Violence : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, खुफिया ब्यूरो प्रमुख तपन डेका, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, सेना प्रमुख (पदनाम) लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
पिछले साल 3 मई को मणिपुर में शुरू हुई हिंसा अभी भी पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। केंद्र और राज्य सरकार के तमाम प्रयास हिंसा को रोकने में विफल साबित हुए हैं। गृहमंत्री अमित शाह यहां की स्थिति को लेकर कई बैठक कर चुके हैं, बड़ी संख्या में केंद्रीय बलों की तैनाती भी की गयी, लेकिन कोई सुधार देखने को नहीं मिला।
अब एक बार फिर यहां हालात बिगड़ने लगे हैं। इसी बीच केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को मणिपुर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए राष्ट्रीय राजधानी में एक उच्च स्तरीय बैठक बुलाई थी। इस बैठक में केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, खुफिया ब्यूरो प्रमुख तपन डेका, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, सेना प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, जीओसी थ्री कोर एचएस साही, मणिपुर के सुरक्षा सलाहकार कुलदीप सिंह, मणिपुर के मुख्य सचिव विनीत जोशी, मणिपुर के डीजीपी राजीव सिंह और असम राइफल्स के डीजी प्रदीप चंद्रन नायर शामिल हुए।
आरएसएस प्रमुख ने जताई थी चिंतामणिपुर में लगातार जारी हिंसा पर मोहन भागवत ने कहा था, “एक साल से मणिपुर शांति की राह देख रहा है। इससे पहले 10 साल शांत रहा।
पुराना गन कल्चर समाप्त हो गया ऐसा लगा और अचानक जो कलह वहां पर उपजा या उपजाया गया, उसकी आग में अभी तक जल रहा है, त्राहि-त्राहि कर रहा है। इस पर कौन ध्यान देगा? प्राथमिकता देकर उसका विचार करना यह कर्तव्य है।”
Train Accident : कंचनजंगा ट्रेन हुई दुर्घटना डिब्बो के उड़े परखचे 11 की हुई मौत, दो दर्जन से अधिक जख़्मी, मृतक अश्रितों को मिलेंगे 10 लाख, गंभीर घायल को 2.5 लाख और मामूली घायल को 50 हजार.