दैनिक न्यूज भारत, रायपुर। प्रदेश में महंगाई की मार झेल रही आम जनता अब तंग आ चुकी है बता दे पेट्रोल, डीजल, चावल, दाल आदि सामान आसमान छू रहे है।महंगाई आम आदमी के जेब में इतना अधिक भार डाल रहा है की घर में अगर एक व्यक्ति कमाने वाला है और 4 सदस्य खाने वाला तो एक व्यक्ति खाना कैसे वहन करेगा यह सोचना पड रहा है एक किलो चांवल 40 रूपये किलो तो सब्जी 40 से नीचे मिलेगा नहीं वही तेल सामान्य 150 रूपये लीटर है तो दाल 140 रूपये किलो में मिलता है दूध तो हर दिन 1 रूपये 2 रूपये बदलते रहता है जिसके चलते 50 से 60 रूपये लीटर में दूध प्राप्त होता है मसाला का रेट तो सामान्यता से ज्यादा है ऐसे में प्रोटीन, विटामिन , युक्त भोज्य पदार्थ जितना कैलोरी एक सामान्य व्यक्ति को जितना प्राप्त होना चाहिए वह प्राप्त कर पाने में असक्षम है और उसी के चलते हर मनुष्य के जीवन में विभिन्न प्रकार के शारीरिक मानसिक और अन्य प्रकार के डिसिस देखने को मिल रहा है।
दैनिक न्यूज भारत ने आम जनता से किया चर्चा रामनगर के संजय गुप्ता ने कहा कि महंगाई के कारण आज उन्हें 8 की जगह 14 घंटे काम करना पड़ता है इतना काम करने के बाद भी वह अपने परिवार की कुछ आवश्यकताओं की पूर्ति कर पाते है जहां काम करते है वहां उतनी उनकी सैलरी नही है बच्चों को पढ़ाना हर माह उनकी फीस देना और घर में राशन भरना यह सब एक आम आदमी के आमदनी से बाहर होते जा रहा है सामान्य वर्ग के व्यक्ति इससे बहुत परेशान है।
दीपक वर्मा ने बताया कि उनका तीन लोगो का परिवार है वह एक संस्था में कार्य करते है, बच्चा अभी छोटा है जिसके कारण आय दिन बच्चे को हॉस्पिटल ले जाना पड़ता है आमदनी इतनी नही है कि वह रोटी कपड़ा के अलावा मकान के बारे में सोच भी नही सकते, दीपक किराए के मकान में रहते है उनकी आमदनी माह में 8000 रूपये है वह 3500 किराया देते है और इतने में ही घर भी चलाते है। उन्होंने कहा कि सरकार को सरकारी नौकरी वालो के साथ ही निजी संस्था और प्राइवेट काम कर रहे लोगो को भी एक ऐसा आमदनी होना चाहिए की वह रोजमर्रा की जरूरत को पूर्ण कर सके। सरकार को यह नियम बनाना चाहिए की जिससे सामान्य वर्ग और प्राइवेट नौकरी कर रहे लोगो को फायदा मिल सके।