DNB Gunjan Shriwas छत्तीसगढ़ में छत्तीस प्रकार की भाजी बनाई जाती हैं और उसके गुण और लाभ से आप भी भलीभाती परिचित होंगे छत्तीसगढ़ के गुट्टूर हे बोली संगी गुट्टुर लागे भाखा , गुटुर गुटूर साग अउ गुटुर भाजी मिर्ची के संग मजा उड़ा ले संगवारी हमारे छत्तीसगढ़ में अनेक अनेक प्रकार की भाजी हैं और क्षेत्र के हिसाब से उसका बनाने का तरीका भी अलग होता हैं पर स्वाद ला जवाब और मिर्ची के साथ में खाने में अति आनंद की प्राप्ति होती हैं और कुछ लोग तो चांवल और भाजी सब्जी के साथ बड़े ही मजे से लहसुन मिर्ची का चटनी का आनंद लेते हैं और संभवत मिर्ची का चटनी सुन कर भूखे का भूख और बढ़ जाता हैं और हमारे छत्तीसगढ़ में कहावत हैं की एक परोसा खाना उपराहा खिलागे और शायद सभी व्यक्ति जानते होंगे की कुछ विशेष भाजियो के साथ में अलग अलग खाने की चीजे add करके और खाना को कैसे लजीज बनाया जाता हैं कुछ बच्चे तो ऐसे भी होते हैं जो सब्जी का बड़ा उतपटन नाम लेते हैं जैसे बंधी भाजी को पीला भाजी फिर लाल भाजी और हरा भाजी और mix भाजी तो सभी का अपना अपना अलग अंदाज होता हैं पर कुछ भी कहो जोरो की भूख लगी हो और कोई आपको बोल दे तिवार/लाखड़ी भाजी बना हैं तो आपके मुंह में पानी जरूर आएगा और अगर वह बोले साथ में मसाला वाला मिर्ची भी हैं तो आप अपने आप को खाना खाने से रोक नहीं पाओगे ऐसी हैं छत्तीसगढ़ की भाजी जिसमें 56 भोग एक तरफ और भाजी भात एक तरफ हैं ऐसा कह सकते हैं
आइए जानते हैं भाजी के नाम और बनाने का तरीका
जैसे मैंने पहले ही कहा हैं छत्तीस भाजी तो इसमें हैं तिवरा ,चना, बोहर, भथुआ,पालक,कोहड़ा,सरसो, मेथी,मूंगा, चेच, अमारी ,बंधी, आलू भाजी ,गोभी,कुसुम, बर्रे, दाल, चुनचुन्या,गोल,तिनपनिया, पोई,लाल, गुमी,सखी, लाखडी,पटवा, इमली,चरपनिया, खट्टा, लाल चेच, कोचई, गिलकी भाजी,खट्टा पालक चौलाई मूली प्याज चरोटा करमता आदि छत्तीस भाजी जिसका बनाने का कुछ अलग अलग tips बताऊंगी जैसे तिवारा भाजी को बारीक काट कर कड़ाही में थोड़ा सा पानी ले और उसमे थोड़ा सा चरोहन/ चावंल का धुला हुआ पानी डाल दे और भाजी डाले फिर उसको अच्छे से पकाने दे उसमें टमाटर और चना दाल या तुवर दाल भी डाल सकते हैं जब भाजी पक जाए तो थोड़ा सा जीरा मिर्ची और तील का तड़का साथ में स्वादानुशार नमक और हल्दी add कर लेवे और बन गया भाजी, इसी प्रकार कुसुम भाजी को पहले पानी में डाल कर उबाल लो फिर उसके तड़का के साथ जीरा नही डाल कर सरसो डाल दो और फिर लास्ट में थोड़ा सा खट्टा दही डाल दो अगर खताई नही पसंद हैं तो टमाटर ज्यादा डाल दोi इसी प्रकार कुछ लोग पहले कड़ाही में तेल और तड़का डाल लेते हैं फिर धीरे धीरे आंच में पानी के साथ भाजी को पकने देते है बनाने का तरीका अलग होता है पर स्वाद मस्त होता हैं